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आज सुभि की पहली रसोई की रस्म थी ।और उसे बीते हुए कुछ दिन याद आ रहे थे । सुभि के सभी घर वाले बहुत खुश थे ।और होते भी क्यों ना आखिर इतने अच्छे घर में रिश्ता हुआ था सुभि का ,पर सुभि जितनी तेजी से सपनों ...
"बेटा........ तुम्हारा इन्टरव्यू लैटर आया है।" मां ने लिफाफा हाथ में देते हुए कहा। यह मेरा सातवां इन्टरव्यू था। मैं जल्दी से तैयार होकर दिए गए नियत समय 9:00 बजे पहुंच गया। एक घर में ही बनाए गए ऑफिस ...
सुल्तानपुर के एक छोटे से कस्बे में एक प्रेम कहानी अपने यौवन पर थी | मजहब की दीवारों को तोड़ कर दानिश और रीमा का प्रेम उनके अलग-अलग धर्मों से परे, काँटों के बीच खिले गुलाब सा महक रहा था | हर प्रेमी ...
ट्रेन में बैठते हुए लग रहा था कि ये सफर कितना लम्बा है। हालांकि 4 घण्टे का सफर उतना भी उबाऊ नही होता पर फिर भी विभा को ट्रेन का सफर बिलकुल भी अच्छा नही लगता था। थोड़े मनोरंजन के लिए उसने कानो में ...
अस्पताल में हो रहे कोलाहल से समीर की नींद टूटी. उसके कमरे के बाहर बहुत शोर हो रहा था, वो जा कर देखना चाहता था कि बात क्या है पर उसके शरीर में इतनी ताकत नहीं थी कि वो उठ कर बाहर जा सके पर दरवाज़े से ...
दस, नौ, आठ, सात, छः, पाँच, चार, तीन, दो, एक...! इसी के साथ सारी दुनिया वर्ष 2020 को पीछे छोड़कर 2021 में प्रवेश कर चुकी थी। 2020 में कोरोना नामक महामारी ने सारी दुनिया में ऐसा खौफ़ भर दिया था कि लगभग ...
‘तीस बरस की हो गई है । इस उम्र में कौन तुझसे ब्याह करेगा ?’ मौसी के इन तानों की बौछार के बीच फोन पर मैसेज़ आया, ‘एक युवक घायलावस्था में अस्पताल पहुँचा है । उसे बी पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है ।’ रजनी ...
लकी, सुबह के नौ बज़े सर्जन चायका कप लिये टीवी देख रहा था कि मोबाइल की रिंग... "सो रहे थे क्या?" आवाज़ सुनकर सर्जन की आवाज़ में ख़ुशी छा गयी...वो आवाज़, जिसके बगैर उसकी रातें नहीं ढलती-सुबह शुरू नहीं ...
बीच सड़क के किनारे एक लैंप पोस्ट के नीचे एक बूढ़े बाबा को देख लोग तरह तरह की बातें बना रहे थे । दुबले पतले से बाबा रोज़ इसी तरह आकर मुंह नीचे किये बैठे मिलते । " अरे बाबा आप कौन हैं , आप यहाँ रोज़ क्यों ...
“रिवरडेल” का सीजन 1 ख़त्म करने के बाद अर्तिका ने नेटफ्लिक्स बंद कर दिया. उसकी आँखें दुखने लगीं थीं. इयरफ़ोन लपेट के पर्स में डाला और आईफ़ोन जीन्स की आगे वाली जेब में. आँखें मीचकर खिड़की से बाहर देखने ...
--अब क्या जरूरत है स्त्री विमर्श की !हर क्षेत्र में तो स्त्रियाँ कर तो रही हैं काम ।समान अधिकार, पूरा सम्मान । अब क्या चाहिए पूरा आसमान--झल्लाते हुए नेता ने मुझसे पूछा। 'नेता जी,ये बताइए कि अगर किसी ...
मई का महीना। जला देने वाली गर्मी का तांडव। दोपहर में लू इतनी तेज चल रही थी कि गाँव केसभी लोग अपने-अपने घरों में दुबके थे। गाँव के प्रधान रमेसर काका पेटगढ़ी से परेशान थे। रह-रहकर उनका पेट बहुत ही तेज ...
इंटरव्यू रूम में कंटेंट राइटर की जॉब के लिए इंटरव्यू चल रहा था.....ईशा को इस सॉफ्टवेर कंपनी में HR की पोस्ट पर काम करते हुए लगभग तीन साल हो गए थे| ईशा ओर प्रियंका दोनों इंटरव्यू लेने में व्यस्त थे| ...
सुमन, अरे ओ सुमन, न जाने कहाँ चली गयी ये अभी तो यहीं थी, कहते हुए सुमन की माँ छत पर आई, और हल्के भीगे हुए कपड़ों को उठाने लगी, आज क्या हुआ सुमन की माँ इतना क्यों चिल्ला रही सुमन को? बगल की छत से विनी ...
राजकुमारी के पाँव आज जमीन पर धरे नहीं धरा रहे थे । क्या करे ...किधर जाए ।..कभी सोहर गानेवालियों पर रूपए न्योछावर कर रही थी। कभी महाराज जी को नमक, हरदी दे रही थी। इधर से मुहबोली छोटकी ननदिया उससे हँसी ...