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रंडुआ
रंडुआ

कैलाशी अपनी बहू सीमा के कमरे में आ गई।  "अरे मांजी आप ! मुझे ही बुलवा लेती आप , आपने क्यों कष्ट किया" ?  "प्यासा ही कुंए के पास जाता है बहू, कुंआ कभी प्यासे के पास नहीं जाता" । एक निश्वास छोड़ते ...

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