सुहाग सेज पर बैठी लाजो का घुँघट जैसे ही उठा..सामने तीनों भाइयों को दूल्हे के रूप में देख वो अवाक रह गई.. ये क्या..! लाजो को काटो तो खून नहीं.. वो अभी कुछ कहती तभी सबसे बड़े भाई अमर जो उसे ब्याह कर ...
अपने दोस्तों के साथ साझा करें:
1111597
49 मिनट
भाग
सुहाग सेज पर बैठी लाजो का घुँघट जैसे ही उठा..सामने तीनों भाइयों को दूल्हे के रूप में देख वो अवाक रह गई.. ये क्या..! लाजो को काटो तो खून नहीं.. वो अभी कुछ कहती तभी सबसे बड़े भाई अमर जो उसे ब्याह कर ...
अपने दोस्तों के साथ साझा करें:
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं