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मुट्ठीभर मसाला -मुट्ठीभर राख
मुट्ठीभर मसाला -मुट्ठीभर राख

मुट्ठीभर मसाला -मुट्ठीभर राख

जिनके मसालें मिशाल बन गये थे ऐसे जगतनिधि गाँव से आकर शहर में अपनी छोटी-सी दुकान में व्यापार करते थे। समय का फेर भी फेर है जो फिरे तो किसी को पर देने लगे और न फिरे तो लोगों को सिरफिरा ही बना दे। ...

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1.

मुट्ठीभर मसाला -मुट्ठीभर राख

375 4.8 3 मिनट
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06 जून 2022
4.

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5.

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