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महंतई
महंतई

महंतई

बार बार सोचता हूँ l उलझने बढ़ने लगती है l चाहता हूँ उसकी काली चादर मेरे मन मस्तिष्क को न घेरे फिर भी एक दर्द उभरता है और सारी चीज़े परत दर परत खुलने लगती है l कहानी पर आउ उससे पहले इतना जरूर समझ ...

4.5
(13)
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Chapters

1.

महंतई

251 4.4 6 मिनट
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नशा

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08 मई 2021