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फिर हुई सुबह...
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फिर हुई सुबह सुबह का समय था। चिडियॉ की चहचहाहट सारे वातावरण को  गुंजायमान कर रही थी। सूर्य की लालिमा हल्की-हल्की किरणों के साथ सर्वत्र बिखरने को व्याकुल हो रही थी। रमुआ अभी भी ढीली चारपायी पर ...

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