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वो बेचारी
वो बेचारी

वो बेचारी

एकं बदहवास और भटकती आत्मा की तरह वो अंधेरे से प्रकट हुई थीं । नहीं मालूम कि कहां जाना था , वक्त के थपेड़ो ने घर का पता भी छीन लिया था । उसे कौन स्वीकारता? वो इस सभ्य समाज के माथे पर दागनूमा धब्बा ...

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1.

वो बेचारी

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02 नवम्बर 2021