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उड़ चले पंछी
उड़ चले पंछी

उड़ चले पंछी

उड़ चले कहीं भी आज मैं वो पंछी हूँ 🕊 मगर आशियां वही कैद चाहिये जिससे आजाद अभी हुआ हूँ खुशकिस्मती से आज मैं खुद में जिंदा हूँ 🤗 कोई रिश्ता मुझमें कहीं कैद और मैं आजाद परिंदा हूँ 🕊 पंख नही ...

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1.

उड़ चले पंछी

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2.

नादान परिंदा

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