pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
शेजार
शेजार

शेजार

माणुसकी

समाजात वावरताना माणूस एखाद्या बेटासारखा राहू शकत नाही.त्याला समाजात मिसळावे लागतं.अण्णांनी तर सरळसरळ आमच्या गँगशी पंगा घेतला.पाहूयात त्याचे परिणाम काय होतील. ...

4.8
(310)
21 मिनट
पढ़ने का समय
7096+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

शेजार (भाग एक)

1K+ 4.5 3 मिनट
21 दिसम्बर 2022
2.

शेजार (भाग दोन)

1K+ 4.8 4 मिनट
22 दिसम्बर 2022
3.

शेजार (भाग तीन)

972 4.8 2 मिनट
23 दिसम्बर 2022
4.

शेजार (भाग चार)

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
5.

शेजार (भाग पाच)

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
6.

शेजार (भाग सहा)

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
7.

शेजार (अंतिम भाग)

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked