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शायरी, स्वरचित
शायरी, स्वरचित

शायरी, स्वरचित

तू साथ है मगर पास नहीं.. ऐहसास है मगर कुछ रास नहीं.. दिल-बस्तगी होनी जरूर चाहिए .. पर ..बेखुदी छाई है, इश्क जो रूबरू नहीं... क्या कहे..? के..भरा तालाब है सामने मगर... दिल मैं प्यास नहीं ... ...

4.9
(35)
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Chapters

1.

शायरी, स्वरचित

34 5 1 నిమిషం
31 జులై 2021
2.

खामोशी

19 5 1 నిమిషం
31 జులై 2021
3.

दोस्त

17 5 1 నిమిషం
31 జులై 2021
4.

तुझी माझी मैत्री

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5.

जाना नहीं

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6.

तीखा मीठा

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