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दिल तो है, पास दिलवर नहीं रहती तो हूं घर में लेकिन, मेरा अपना कोई घर नहीं जाऊं ज़िंदगी के किस रास्ते पर दिखता कोई अब मुकाम नहीं ...

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1.

शायरी

17 5 1 मिनट
18 नवम्बर 2020
2.

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9 5 1 मिनट
18 नवम्बर 2020
3.

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15 अगस्त 2021
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अधूरा इश्क

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5.

लिखना

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