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शायरी
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1. फरियाद कर रही है यह तरसी  हुई निगाह,      देखते हुए किसी को जमाना गुजर गया. 2.वो तारों की तरह रात भर चमकते रहे,     हम चाँद से तन्हा सफर करते रहे,      वो तो बीते वक़्त थे उन्हें आना न था,      ...

4.5
(4)
15 నిమిషాలు
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Chapters

1.

शायरी

13 4.5 5 నిమిషాలు
22 ఫిబ్రవరి 2022
2.

शायरी 2

6 0 5 నిమిషాలు
24 ఫిబ్రవరి 2022
3.

शायरी 3

3 0 5 నిమిషాలు
25 ఫిబ్రవరి 2022