pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
सांझ ढले तक
सांझ ढले तक

सांझ ढले तक

खिड़की से शाम की धूप अंदर आने लगी थी। उसकी डेस्क पर पड़ी घड़ी के कांच से होकर धूप उसके चेहरे को छूने लगी। उनसे फाइल से सिर उठा कर घड़ी की तरफ देखा, शाम के 4:30 हो चुके थे। उसने धूप को रोकने के लिए ...

4.9
(2.4K)
1 घंटे
पढ़ने का समय
76346+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

सांझ ढले तक भाग 1

9K+ 4.9 3 मिनट
28 मई 2020
2.

सांझ ढले तक भाग 2

7K+ 4.8 4 मिनट
29 मई 2020
3.

सांझ ढले तक भाग 3

6K+ 4.8 5 मिनट
02 जून 2020
4.

सांझ ढले तक भाग 4

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
5.

सांझ ढले तक भाग 5

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
6.

साँझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
7.

सांझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
8.

साँझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
9.

सांझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
10.

साँझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
11.

साँझ ढले तक

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked