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प्रेमचंद होते तो
प्रेमचंद होते तो

मुंशी प्रेमचंद होते तो ...      अगर वे आज होते तो शायद कम्प्यूटर से कहानियां कंपोज कर-करा रहे होते ..., ब्लॉग लिख रहे होते ..., ई-मैगज़ीन संपादित कर रहे होते ..., ई-बुक पोस्ट कर रहे होते ..., कोई ...

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Chapters

1.

प्रेमचंद होते तो

327 4.9 2 मिनट
06 सितम्बर 2021
2.

काश, जातिवाद होता ...

219 4.9 5 मिनट
06 सितम्बर 2021
3.

भेड़िया आ गया ...

211 5 1 मिनट
17 सितम्बर 2021
4.

बेरोजगार

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5.

बाजार का खेल

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6.

वैज्ञानिक नजरिया

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7.

रेणु

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8.

मैं तो नरक जाऊँगा

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9.

ब्लैक वाटर

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