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प्रकृति का संदेशा (कविता )
प्रकृति का संदेशा (कविता )

प्रकृति का संदेशा (कविता )

पर्वत कहता  शीश उठाकर ,           तुम भी ऊंचे बन जाओ ।                   सागर कहता है लहराकर          मन मे गहराई लाओ ।         पृथ्वी कहती  धर्ज्य न छोड़ो          कितना  ही हो  सिर  पर  भार । ...

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1.

प्रकृति का संदेशा (कविता )

28 5 1 मिनिट
17 एप्रिल 2022
2.

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प्रकृति का सन्देश (भाग :3 ) 🥰🥰🥰🥰🥰🥰

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27 एप्रिल 2022