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लूटा दो खुसियां इस जहाँ में सभी पर । न जाने कौन सी सौगात आख़री हो। मिलो इस जहाँ में मुस्कुरा के सभी से । न जाने कौन सी रात आखरी हो । करते हैं लोग बातें सात जन्मों की । न जाने कौन सी सांस आखरी हो ...

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10 सितम्बर 2022
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