pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
निगाहे
निगाहे

रात के डेढ़ बजे दिल्ली रेलवे स्टेशन बड़े बेटे वबिश और छोटे बेटे कबीर को गोद में लिए हुए करीब इकतीस वर्षीय आलिया ने पहले दो सूटकेस तेजी से रेल के डिब्बे में फैक कर सांस जोर से लेते हुए तकरीबन खुद को ...

4.7
(304)
39 मिनट
पढ़ने का समय
11417+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

निगाहेँ

2K+ 4.8 4 मिनट
12 जनवरी 2022
2.

नौ साल पहले

1K+ 4.7 4 मिनट
15 जनवरी 2022
3.

पूर्णिमा

1K+ 4.7 4 मिनट
19 जनवरी 2022
4.

यह दुबई है

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
5.

चैटिंग

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
6.

कोकिला का बहकावा

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked
7.

मुक़म्मल

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked