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मजबूरी
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भाग - 1 अरे ओ मंगरु " कहाँ मर गया रे ,जब पैसे मांगने आता है तब कुत्ते की भांति दुम हिलाने लगता है , मेरे सामने गिड़गिड़ाने लगता है  और अब पैसे चुकाने की बारी आई तो घर में छिपा बैठा है बाहर निकल ...

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