pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...
मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...

मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...

एक बच्चा था यहीं कुछ़ सात-आठ बरह का होगा। बिखरे हूए बाल,फटे पुराणे कपडे और कला कलूटा बदन की देखते ही  घृणा हो जाए।आवाज से  ही लोग उसे दूर.से ही दुत्कार देते और गलती से भी अगर दिख जाएँ तो कुछ़ ...

4.6
(72)
13 मिनट
पढ़ने का समय
2541+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की....

1K+ 4.6 6 मिनट
24 जून 2020
2.

मै लक्ष्मी तेरे आंगन की...भाग दो

1K+ 4.7 7 मिनट
10 जुलाई 2020