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लघुकथा मंजरी
लघुकथा मंजरी

शादी के चार माह बाद ही बहू निशा के पांव भारी हो गए थे। सास और ससुर दोनों  बहू की खूब खातिरदारी में लग गए। उसकी हर खुशी का ख्याल रखते। तरह तरह के फलों के जूस और हरी सब्जियां निशा की सास शांति जी ...

4.6
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Chapters

1.

पूजा का ढोंग क्यों

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14 अक्टूबर 2021
2.

नन्ही देवी का स्वागत करो

1K+ 4.5 2 मिनट
12 अक्टूबर 2021
3.

सोच बदल दी

923 4.7 2 मिनट
20 सितम्बर 2021
4.

दया या स्वार्थ

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5.

सबसे पहले दिया जलाएं

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6.

बहू कर सकती है तो बेटा क्यों नहीं

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