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गाँव  की   गोरी
गाँव  की   गोरी

गाँव की गोरी

माघ का महीना था । शीतभरी काली रात इतनी भयानक लग रही थी कि पहले पहर मे ही ऐसा लग रहा था कि आधी हो गई है ।सर्वत्र सन्नाटा छाया हुआ था ।साँय साँय करती ठण्डी हवा बह रही थी । झींगुरों के चा-चा के स्वर ...

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1.

गाँव की गोरी

1K+ 4.4 3 मिनट
25 अगस्त 2022
2.

Part 2

1K+ 4.4 4 मिनट
29 अगस्त 2022
3.

Part. 3

1K+ 4.2 3 मिनट
06 सितम्बर 2022
4.

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5.

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6.

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