pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
दोहा - छंद
दोहा - छंद

दोहा - छंद

पोएट्री मैराथन

सूरज अस्ताचल हुआ, सर्दी है पुरजोर! मौसम सिसकी ले रहा, तन मन है कमजोर!! सर्दी अब बढ़ने लगी, हवा लगे शमशीर! शीत लहर की बरछियाँ, हाड़ तोड़ती पीर! मिट्टी की काया बनी, मत कर तू अभिमान! पर उपकार करता ...

1 मिनट
पढ़ने का समय
3+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

दोहा - छंद

2 0 1 मिनट
29 जनवरी 2022
2.

चुनाव

1 0 1 मिनट
02 फ़रवरी 2022
3.

सरसों फूली खेत में

0 0 1 मिनट
17 फ़रवरी 2022