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डिंगल भाषा के वीररस के दोहे और उनका अर्थ
डिंगल भाषा के वीररस के दोहे और उनका अर्थ

डिंगल भाषा के वीररस के दोहे और उनका अर्थ

1) पत्तों लड्वे पोलियां ,जैमल म्हेला बीच ! राय आंगण कल्लो ,लड़े ,केसर हंदा कीच !! (चित्तौड़ कि रक्षार्थ लड़ने वाले जयमल मेडतिया महलो में लड़ रहा था , जबकि पत्ता सिसोदिया प्रवेश दुवार पर लड़ रहा था, ...

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1.

डिंगल भाषा के वीररस के दोहे और उनका अर्थ

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22 जुलाई 2025