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ऐ ! सुनों ....
ऐ ! सुनों ....

ऐ ! सुनों ....

अब तक तो सिर्फ अधूरापन महसूसता रहा था वो धानी के बगैर ...पर अब तो खोखला लगने लगा था सब कुछ उसके अंदर ...नदी के पानी से चेहरा धो कर खुद को संयत करने की कोशिश करते हुए नदी मे पांव डाले बैठ गया तभी ...

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1.

ऐ ! सुनों ....-ऐ ! सुनों ....

12K+ 4.5 1 घंटे
05 फ़रवरी 2018
2.

ऐ ! सुनों ....-ऐ ! सुनों ...

54 5 14 मिनट
29 मई 2022