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अतृप्त वासना
अतृप्त वासना

अतृप्त वासना

शाम होते ही चाँदनी का बदन ऐंठने लगता था । हावभाव बदल जाता था । आवाज में खरखराहट समा जाती थी । आखें लाल हो जाती थी । वह अपने पति को अपना बदन छूने भी नहीं देती थी यदि धोखे से भी छू लिया तो ...

4.6
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Chapters

1.

अतृप्त वासना १

36K+ 4.5 7 मिनट
09 दिसम्बर 2018
2.

अतृप्त वासना २

29K+ 4.6 8 मिनट
10 दिसम्बर 2018
3.

अतृप्त वासना - 3

29K+ 4.6 13 मिनट
12 दिसम्बर 2018