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अनजाने रास्ते और तुम
अनजाने रास्ते और तुम

अनजाने रास्ते और तुम

'क्या यह मान कर बैठ जाना कि ये घटनाएँ स्वाभाविक हैं और प्रायः देखी जाती हैं बदलाव ला पायेगा या क्या यह मान लेना समस्या का निदान है ?' 'नहीं सरिता | सर्वथा नहीं | किन्तु हमें यह भी देखना होगा कि ...

4.2
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1.

अनजाने रास्ते और तुम-अनजाने रास्ते और तुम

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