pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी
Pratilipi Logo
पागल थी में जो प्यार ढूढंने चली थी
पागल थी में जो प्यार ढूढंने चली थी

पागल थी में जो प्यार ढूढंने चली थी

पागल थी में पागल.... किसी अनजान से कुछ ज्यादा ही उमीदें लगा ली थीं वो तो उस राह पर आया ही ना था जहां में उसका इंतज़ार कर रही थीं मेरा इंतज़ार बेकार था बेवजह था बेउमीद था कोई ऊमीद ना थी वो आयेगा ...

1 मिनट
पढ़ने का समय
46+
लोगों ने पढ़ा
library लाइब्रेरी
download डाउनलोड करें

Chapters

1.

पागल थी में जो प्यार ढूढंने चली थी

14 0 1 मिनट
26 अप्रैल 2021
2.

पागल थी जो प्यार ढूढ़ने चली थी part 2

9 0 1 मिनट
26 अप्रैल 2021
3.

पागल थी जो प्यार ढूढ़ने चली थी part 3

10 0 1 मिनट
29 अप्रैल 2021
4.

Part4

इस भाग को पढ़ने के लिए ऍप डाउनलोड करें
locked