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इस दुनिया में कभी-कभी लगता है । अजनबी रहना ही ठीक है । क्योंकि हम जितना लोगों को जानते हैं । और उन्हें अपना समझते हैं । उनसे मिल कर बिछड़ने के बाद बहुत ही दुख होता है ।वो अजनबी चेहरा जब अपना बन जाता ...
शहर की उन खाली सड़कों पर वो चले जा रही थी।सडकों पर लगी लाइट्स में वो अकेली दिखाई दे रही थी। जहां दिनभर शोर शराबा होता रहता था अब वहां एकदम सन्नाटा पसरा हुआ था। वो बिना डरे, बस चले जा रही थी। उसके ...
आखिर क्यों? धारावाहिक प्रतिलिपि द्वारा आयोजित प्रतियोगिता सुपर लेखक अवाॅर्ड्स के तहत लिखा गया है। प्रस्तुत कथानक में उपयोग किए गए नाम, विचार, स्थान, शैली, भाषा, धर्म, वर्ग पूर्ण रूप से काल्पनिक है ...
पिछले सीजन में आपने पढा --- रजनी ने तेरह चौदह वर्ष की अल्पायु में पांच साल का वैवाहिक जीवन और फिर चार साल के विधवा जीवन बिताया । इसने उसको तेइस वर्ष की ...
भाग 1 जेठ की तपती दुपहरी हो या फिर माघ की ठंडी, बच्चों की टोली को खेलने से फुर्सत कहाँ? माँए कितनी भी परेशान क्यों न होती रहे उनकी तबियत को लेकर, लेकिन बच्चों के लिए खेलने से ज़्यादा कुछ और जरुरी ...
बनारस के रीवा घाट के गलियों के चॉल में एक छोटी सी भाड़े वाली कोठी में.. प्रेमा नाम की विवाहित लड़की रहती थी, जो विवाहित होकर भी अकेले ही जीवन व्यापन अपने दो साल के बेटे आदित्य के साथ कर रही थी। रात के ...
"देखो, एक पल के लिए भी इसे आंखों से ओझल मत होने देना। इसके खाने-पीने का, सोने-जागने का बिल्कुल बराबरी से ध्यान देना है। मुझे शिकायत का कोई भी मौका नही चाहिए... समझी।" वो उसे उंगली दिखाकर सख्ती से ...
एलोपेशिया एक तरह की बीमारी है, इस बीमारी से स्त्री और पुरुष दोनों ही ग्रसित हो सकते हैं लेकिन खामियाजा हर हाल में हम औरतों को ही भुगतना पड़ता है, क्योंकि ये पुरूष प्रधान समाज है। यदि पुरूष में कोई ...
सत्यप्रकाश के घर मे आज ज्यादा ही चहल पहल थी, घर के सभी लोग आने वाले मेहमानों की आव भगत के लिए इंतज़ाम में लगे हुए थे,आज सत्यप्रकाश की बड़ी बेटी रजनी के देखने वाले आ रहे थे, सत्यप्रकाश की चार बेटियां और ...
मैं लगातार उसे कनखियों से देख रही थी।उसके हाथ रुई के फाहे से सफेद थे।आँख,नाक,होठ सब इतने सुंदर जैसे किसी प्लास्टिक सर्जन ने खुद ही गढ़ा हो।मेरे ठीक बगल में बेबी पिंक कलर की टी शर्ट और नेवी ब्लू कलर की ...
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कॉन्ट्रेक्ट मैरिज या कहें समझौते का प्यार.....क्या होता है..? आज कल के लोगो के मन में समझौते का प्यार सुन स्किन शिप , वाइल्ड रोमांस और लस्ट याद आता है। और टाइटल होता है लव स्टोरी...! सच में सिर्फ ...
चंडीगढ़ शहर मे रहने वाले मिस्टर सिद्धार्थ शर्मा के घर सुबह-सुबह सबके चिल्लाने की आवाजे आ रही थी। अगर आप ये समझ रहे हो, कि वो आवाजे किसी के आपस मे झगड़ने की थी... तो आप बिल्कुल सही हो। वहाँ झगडा तो ...
झोंका हवा का पानी का रेला मेले में जो रह जाए अकेला वह फिर अकेला ही रह जाता है आदमी मुसाफिर है... आता है जाता है... यह पंक्तियां अक्सर कनक के होठों पर रहती थी.. उसे यह ...
मुंबई शाम के 4 बजे , एक अवार्ड सेरेमनी, जहा पर बहुत बड़े बड़े बिज़नेस मेन आये हुए थे , बहुत बड़ा हॉल था , पूरे हॉल को बहुत अच्छे से सजाया गया था , हॉल के बाहर मीडिया रिपोर्ट्स भी थे , कुछ मीडिया ...