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हादसे की हकीकत- भाग - १ ................ अपनी लाडली बहन को जोधपुर जाने वाली मण्डोर एक्सप्रेस पर बैठा कर, सेतू पत्नी जिया के साथ तुरन्त वापस घर की तरफ रवाना हो लिए। वैसे ट्रेन तो १० ...
इस कहानी की शुरुआत होती है एक नेशनल पार्क से जहां कई प्रेमी प्रेमिका अपने करियर को संवारने के बजाय प्रेम की नईया में गोते लगा रहे हैं उनमें से कुछ घास पर बैठे हैं तो कोई झूले पर। उन सब से दूर एक ...
हिमाचल का चम्बा गांव यहां कई जातियों में ऐसी प्रथा है की घर में चाहे 10 बेटे हों लेकिन बहु सिर्फ एक ही आती है. 🧑🤝🧑👫💏 यह रिवाज़ इसलिए क्यों की घर में प्रॉपर्टी के लिए लड़ाई झगड़े न हों और सुख ...
'सुगनी- एक भूतिया रहस्य' भाग-१ ........ (पूर्व सूचना- प्यारे एवं आदरणीय पाठकों यह कहानी पूर्णतयः कपोलकल्पना है। इस कथानक का किसी भी व्यक्ति,स्थान,घटना व वास्तविकता से किसी भी प्रकार का कोई सम्बंध ...
22 अगस्त 2020 रात की तीसरी पहर की तूफानी रात थी। हालांकि अब बारिश बंद हो चुकी थी परंतु बारिश होने की वजह से चारों तरफ वातावरण में ठंड के साथ-साथ सुनसान और भयावह हो चला था। हवाएँ भी अब साए-साए की ...
रोज की अपेक्षा तन्मय आज ऑफिस से घर जल्दी आ गया था और आज तन्मय का मूड काफी उखड़ा हुआ था जिसे देख मिताली अच्छी तरह से समझ गई थी कि तन्मय किसी न किसी परेशानी में हैं । मिताली ,, तन्मय की पत्नी और उसके ...
"मैं चली, मैं चली मेरे सपनों की गली..., मुझे रोके ना कोई... मैं चली, मैं चली..." चहकती हुई आवाज़ में गुनगुनाती राशि अपने सामने कपड़ों का ढ़ेर लगाकर बैठी हुई थी कि तभी उसकी माँ सावित्री जी वहाँ आयी और ...
हम तेरी मोहब्बत में सीजन 4 .. Dear prince charming..,, Where are you?! कहां हो तुम मैं हर रोज तुम्हारा इंतज़ार करती हूं और बाहर जाकर देखती हूं सड़कों पर तुम्हारी उस शानदार सवारी को आते देखने के लिए ...
"नानी कहानी सुनाओ ना" "अच्छा बता कौन सी वाली सुननी है राजा रानी की या कोई और" "नानी अब मैं बच्ची नहीं हूं जो राजा रानी की कहानियां सुनू।" "मेरी गुड़िया जब तक कहानियां सुनती रहेंगी ना तब तक बच्ची ...
संसारपुर एक कस्बेनुमा शहर था,जो अर्धविकसित ही कहा जा सकता था, वहां तक रेलगाड़ी अभी तक नहीं पंहुच सकी थी, ले देकर सिर्फ़ दो बसें एक सुबह दस बजे आती और शाम छः बजे रवाना हो जाती ...
काश हम उस बस में चढ़ गए होते तो शायद हम उस खतरनाक मंजर में ना फंसते...!! उस हादसे से पहले तक मैं भूत प्रेत पर विश्वास नहीं करता था लेकिन जो हमारे साथ हुआ उसने हमें विश्वास दिलाने में मजबूर कर दिया कि ...
Note- इस कहानी का किसी भी जगह या किसी भी सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है यह महज एक कहानी हैं जो मनोरंजन के लिए बनाई गई हैं.. एक युद्ध है वहाँ जो हर शाम होता हैं.. एक दर्द हैं वहाँ जो हर रात रोता ...
हमारे घर के बगल में जो हमारे पड़ोसी थे उनका परिवार बहुत बड़ा था ।और सब संपन्न भी थे ,हम सब गांव में रहते थे ।और उनका पूरा परिवार शहर में , अच्छी खासी कमाई थी सबकी।और उसी हिसाब से पक्का मकान भी बनाया ...
जब वो लड़किया वापिस आई तो उन्हें मिली लटकती हुई लाश के साथ दीवाल पर खून से लिखा कुछ उर्दू में जो था दोजाख़ का दरवाजा ।।। बात उन दिनों की है जब दिवाली की छुट्टियों में सब लड़किया अपने घर गई थी पर ...
*_*रूहों का बदला_** पार्ट 1 शीतल की मां बहुत तेज कदमों के साथ मंदिर की तरफ से घर की ओर जा रही थी। एक हाथ मैं परसाद का लिफाफा, दूसरे हाथ मैं राख और काला धागा। जो मंदिर के पास रहने वाले तांत्रिक ने ...