राजकुमार ने अपनी पहचान छुपाते हुए रानी परी से कहा, “मै एक लकडहारा हूं, मै दिन मे लकडी काटने के उद्देशय से यहां आया था, परन्तु आदमखोर शेर ने मुझ पर हमला कर दिया, जिसके दिये घावो के कारण मे यहां ...
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योग्य युवराज भाग-2
अरुण
4.5
(पिछले भाग मै आपने पढा की विजयनगर के राजकुमार जय अपने पिता की जगह भेष बदलकर राज्य भ्रमण पर निकलते हैं, रास्ते मे एक दुघर्टना स्वरूप उनकी मुलाकत परियो से होती है.. वह परियो से विदा लेकर आगे चलते है ...
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