" जब शब्द भिगते हैं मेरे
तब वो कहानी होती है ....."
"कहानीयां जो हमारे आसपास चलतीं हैं
कहानीयां जो आप के संग हो गुजरतीं हैं......"
"कहानियां जो आपको अपनी सी लगतीं हैं
तो आइए इन कहानियों के संग सफ़र पे चलते हैं ...."
बस ऐसा ही कुछ आपके समक्ष रख पाने का एक प्रयास है .....
" मैं प्रकृति प्रतिपल स्पंदित हूँ "
जऱा शौकिया लेखन करता हूँ खुद को बस अजमाता हुआ पाता हूँ, बस एक गुज़ारिश है आप से दिल से न लेना मै क्या लिख जाता हूँ ........#अंशु"
" तुम मृगवन सुन्दरी....."
मैं तुम्हारा क्षेत्रपाल....."
कभी कभी कुछ ऐसे जज़्बात जागते है ............
जेहन में की ...........
#जिस्म_से_रूह_तलक_पाकीज़गी ......
उतर आती है ..........
फ़टी चादरें सीता हूँ .....
उन #दरख्तों के सायों में ....
#अंशु
रिपोर्ट की समस्या
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