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उलझन - भाग 1

4.5
862

ट्रेन अपने गंतव्य पर अपनी गति से बढ़े जा रही थी । ट्रेन के चलने का एक जाना माना संगीत वातावरण में बैक ग्राउंड म्यूजिक की तरह चल रहा था। रात्रि का समय था । लगभग सभी यात्री नींद के आगोश में थे । पर ...

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उलझन  भाग -2
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Shobhna Goyal
4.8

अब तक आपने पढ़ा कि नताशा  एक पढ़ी लिखी  सौंदय सम्पन्न लड़की है । उसका विवाह एक व्यवसायी परिवार में होता है । अब आगे ..... अलसुबह ट्रेन की गहमागहमी से अचानक नताशा की आँख खुली तो उसने देखा शायद कोई बड़ा ...

लेखक के बारे में
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Shobhna Goyal

मैं शोभना गोयल। लिखने पढ़ने का शौक खींच लाया प्रतिलिपि की ओर ।मैं कोई लेखिका नहीं , बस थोड़ा प्रयास भर है ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    27 జులై 2019
    रोचकता से भरपूर है आपकी रचना आगे क्या होगा उत्सुकता बरकरार रहेगी । बहुत ही अच्छा लिखा है आपने
  • author
    Damini
    24 జులై 2019
    बहुत अच्छी शुरुआत हुई हैं कहानी की ।नताशा के अंदर चल रही कशमकश को जरूर जानना चाहेंगे 👌👌👌👌👌🙏
  • author
    संतोष नायक
    24 జులై 2019
    शुरुआत बहुत अच्छी है साथ ही उत्सुकता बढ़ाने वाली। अगले भाग का इंतजार रहेगा।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    27 జులై 2019
    रोचकता से भरपूर है आपकी रचना आगे क्या होगा उत्सुकता बरकरार रहेगी । बहुत ही अच्छा लिखा है आपने
  • author
    Damini
    24 జులై 2019
    बहुत अच्छी शुरुआत हुई हैं कहानी की ।नताशा के अंदर चल रही कशमकश को जरूर जानना चाहेंगे 👌👌👌👌👌🙏
  • author
    संतोष नायक
    24 జులై 2019
    शुरुआत बहुत अच्छी है साथ ही उत्सुकता बढ़ाने वाली। अगले भाग का इंतजार रहेगा।