pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तृतीय अध्याय : कर्मयोग :

4.8
920

तृतीय अध्याय                          : कर्मयोग : ============================== अर्जुन-          "हे कृष्ण!आपकी बातों को सुनकर ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि ज्ञान कर्म से अधिक महत्वपूर्ण हैं परंतु आप ...

अभी पढ़ें
अध्याय चतुर्थ         : ज्ञानकर्मसन्यास योग :
अध्याय चतुर्थ : ज्ञानकर्मसन्यास योग :
शिवानी कर्णवाल "साँवरी"
4.9
ऐप डाउनलोड करें
लेखक के बारे में

मेरी शायरी का,  हर शब्द महक जाता है,,,,,: जब #तेरा_खयाल दिल से, कागज पर उतर आता है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    16 जुलाई 2021
    गीता के तृतीय अध्याय का जीवन में महत्व.. अद्भुत. हमारी अमूल्य धरोहर को प्रकाशित करने के लिए साधुवाद.
  • author
    16 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर रचना आपकी 🌹🌹💐💐🙏🙏🙏
  • author
    16 जुलाई 2021
    interesting knowledge g
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    16 जुलाई 2021
    गीता के तृतीय अध्याय का जीवन में महत्व.. अद्भुत. हमारी अमूल्य धरोहर को प्रकाशित करने के लिए साधुवाद.
  • author
    16 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर रचना आपकी 🌹🌹💐💐🙏🙏🙏
  • author
    16 जुलाई 2021
    interesting knowledge g