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टूटे दिल

4.0
83430

दिनेश ने देखा सामने लंबा जाम लगा हुआ है। उसे इंतज़ार करना पड़ेगा। हलांकि वह जल्द से जल्द पहुँचना चाहता था। लेकिन जाम के हटने तक वह कुछ नहीं कर सकता था। कोई एक घंटे पहले वह अपने ऑफिस में बैठा था ...

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हमदम
हमदम
आशीष कुमार त्रिवेदी
4.5
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लेखक के बारे में

नमस्ते अपने आस पास के वातावरण को देख कर मेरे भीतर जो भाव उठते हैं उन्हें कहानी, लघु कथाओं एवं लेख के माध्यम से व्यक्त करता हूँ। इसके अतिरिक्त बाल कथाएँ भी लिखता हूँ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    urmila
    04 जुलै 2019
    बहुत सुंदर रचना,प्यार में धोका खा कर कैसे बाहर निकला जा सकता है,जीवन में आगे बढ़ना ही दुख से निकलने का रास्ता है।
  • author
    Mohit Shiro Dahiya "Shiro"
    10 जुलै 2019
    कहानी को ऐसा ही होना चाहिए जिसमें आशावादी हो सबको सब कुछ अच्छा होने का एहसास हो ।।
  • author
    Rakesh Kumar Singh
    19 जुलै 2020
    Very lovely heart touching story. Immotional ,Fabulous, Mindblowing, Super.
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    urmila
    04 जुलै 2019
    बहुत सुंदर रचना,प्यार में धोका खा कर कैसे बाहर निकला जा सकता है,जीवन में आगे बढ़ना ही दुख से निकलने का रास्ता है।
  • author
    Mohit Shiro Dahiya "Shiro"
    10 जुलै 2019
    कहानी को ऐसा ही होना चाहिए जिसमें आशावादी हो सबको सब कुछ अच्छा होने का एहसास हो ।।
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    Rakesh Kumar Singh
    19 जुलै 2020
    Very lovely heart touching story. Immotional ,Fabulous, Mindblowing, Super.