pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

शादी डॉट कॉम

4.6
264717

"पर्मिला अरे कहाँ मर गई पर्मिला(प्रमिला)? कोई है घर में कि नही,दरवाजा तो सदा ही खुल्ला छोड़े रखती हो दोनों माँ बेटी।" बुआजी प्रमिला को आवाज़ लगाती घर के भीतर दालान तक चली आई,दालान के एक ओर बने ...

अभी पढ़ें
शादी डॉट कॉम-2
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें शादी डॉट कॉम-2
aparna
4.7

..............................            भैय्या जी के लिये औरतें सिर्फ और सिर्फ आदर की वस्तु थीं।                  अपनी उबलती हुई उमर में भी आज तक किसी कंचन कामिनी की छाया उन्होनें अपने हृदय पे ...

लेखक के बारे में
author
aparna

चलो नेकी के बेर चुन लें कहीं तो काम आएंगे.. हम सब की झोपडी में भी कभी तो राम आएंगे... Driter.... ankahekisse.in जीवन का सफर,किस्से कहानियों के संग फेसबुक पेज- Ankahekisse In

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Xxx
    30 জুলাই 2019
    जानती हैं आप कि आपकी रचना के सबसे बेस्ट पार्ट क्या है..? मैं बताता हूँ , पात्रों का चरित्र चित्रण की गहराई ओर माहौल का ऐसा खाका वर्णन करना कि कहानी चलचित्र की तरह आंखों के सामने चलने लगती है, पाठक दर्शक बन जाता है ओर कहानी दिमाग में मस्तिष्क पर छा जाती है और अविस्मरणीय छाप छोड़ने में कामयाब रहती है। आपकी कल्पना शक्ति कमाल की है, आपको फ़िल्म डायरेक्टर होना चाहिए था। मुझे आपकी रचना के अगले भाग का बेसब्री से इंतजार रहेगा। 😊🙏🏻🙏🏻
  • author
    30 জুলাই 2019
    वाह वाह डा.साहिबा !!! लगता है आपकी ये शादी.काॅम तो चिनाब किनारे और बैड गर्ल का भी रिकॉर्ड तोड़ देगी।क्या जादू है आपके शब्दों में जो हर परिदृश्य का आँखों के सामने चित्र उभरकर आ जाता है।ग्रामीण भाषा का सहज उपयोग ....बाहर ठेले पर चाट खाना....पूरा का पूरा चित्र .......no words to praise👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏💐💐💐💟💟💟💕💕💕💕🍫🍫🍫🍫
  • author
    Nidhi Gour Thakur
    14 জুলাই 2020
    बहुत ही उम्दा लिखती है आप.... कितने दिनों बाद किसी प्रेम कहानी ने आकर्षित किया और दो घंटे और अठारह मिनिट में आपकी कहानी समाप्त । आप इससे भी खूबसूरत लिखे मेरी ख्वाहिश है।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Xxx
    30 জুলাই 2019
    जानती हैं आप कि आपकी रचना के सबसे बेस्ट पार्ट क्या है..? मैं बताता हूँ , पात्रों का चरित्र चित्रण की गहराई ओर माहौल का ऐसा खाका वर्णन करना कि कहानी चलचित्र की तरह आंखों के सामने चलने लगती है, पाठक दर्शक बन जाता है ओर कहानी दिमाग में मस्तिष्क पर छा जाती है और अविस्मरणीय छाप छोड़ने में कामयाब रहती है। आपकी कल्पना शक्ति कमाल की है, आपको फ़िल्म डायरेक्टर होना चाहिए था। मुझे आपकी रचना के अगले भाग का बेसब्री से इंतजार रहेगा। 😊🙏🏻🙏🏻
  • author
    30 জুলাই 2019
    वाह वाह डा.साहिबा !!! लगता है आपकी ये शादी.काॅम तो चिनाब किनारे और बैड गर्ल का भी रिकॉर्ड तोड़ देगी।क्या जादू है आपके शब्दों में जो हर परिदृश्य का आँखों के सामने चित्र उभरकर आ जाता है।ग्रामीण भाषा का सहज उपयोग ....बाहर ठेले पर चाट खाना....पूरा का पूरा चित्र .......no words to praise👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏💐💐💐💟💟💟💕💕💕💕🍫🍫🍫🍫
  • author
    Nidhi Gour Thakur
    14 জুলাই 2020
    बहुत ही उम्दा लिखती है आप.... कितने दिनों बाद किसी प्रेम कहानी ने आकर्षित किया और दो घंटे और अठारह मिनिट में आपकी कहानी समाप्त । आप इससे भी खूबसूरत लिखे मेरी ख्वाहिश है।