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रांझणा - भाग 2

4.8
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रांझणा - भाग 2 सारिका गाड़ी में बैठी उदास आँखों से पीछे छूटते समंदर को देखती रही l पानी की लहरों के साथ ही उसका मन भी यहाँ से वहा भटकता रहा l 14 सालो से सारिका एक ऐसे अहसास में बंधी हुई थी जिसे ना वह जानती थी न ही उसे दोबारा देखा था बस आखरी बार देखा हुआ वो मुस्कुराता चेहरा याद था l अब तक तो सारिका उसका नाम तक भूल चुकी थी पर उस अहसास को कुछ तो नाम देना ही था उसे इसलिए उसने उस सख्स का नाम "रांझणा" रखा l अब तक ना जाने कितनी ही गजले और नज्मे उसने उस अनजाने अहसास के साथ लिखी थी अपनी डायरी में l वो ...

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संजना किरोड़ीवाल
4.8

रांझणा - भाग 3 दो अलग अलग शहरो में , मिलो दूर , रात के तीसरे पहर में , दो दिलो में एक जैसा ही अहसास था l उन दो जोड़ी आँखों में कुछ था तो सिर्फ इंतजार l ये इन्तजार अगर इधर था तो शहर से मिलो दूर उस तरफ भी था l अकेले सारिका ने ही ये 14 साल का बनवास नहीं काटा था कोई और भी था जो बनारस के घाट की सीढ़ियों पर बैठकर अकसर उस शाम का इंतजार किया करता था जिस शाम उसकी मोहब्बत लौट कर आनी थी l इंतजार मोहब्बत का सबसे खूबसूरत हिस्सा होता है l ये इंतजार ही बताता है की मोहब्बत की जड़े कितनी गहरी है l सारिका के साथ ...

लेखक के बारे में

मैं कोई Writer नही बल्कि एक चोर हूं , जो लोगो का समय चुराती है !! प्रतिलिपी पाठक × साक़ी के सारथी ✓

समीक्षा
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    Mohit singh bhadoriya "Vasudev"
    05 जून 2019
    👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍇👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🥀🥀🥀🥀🥀🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌺🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌿🌷🌿,,🌿🌹🌿,,🌿🌼🌿,,🥀🌼🥀,,🌿🌹🌼🌹🌿,,बहुत उम्दा लिखा है,,, गजल के तो क्या कहने, सीधे दिल को चीरते हुए मेरी आत्मा को मुझसे छीन ले गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,दिल नाराज सा है, कुछ ख़फ़ा सा लगता है!!मेरे जेहन में तेरी यादों का मीठा कोई कांटा सा चुभता है!!तू आवारगी में, तू मन्नत में, तू मेरी साँसों में पैबस्त रहा है कुछ इस तरह,,जैसे धागे में मोती, रात में पेड़ो पे जुगनू , जैसे सावन में भीगी मिट्टी की सौंधी खुशबू,,, सुबह सुबह बागों में कोयल का गायन, रिमझिम में मोर नृत्य मनभावन!!वादियों से भीगे हुए फूलों की महक का आना,,ऐसे में चकोर का चकोरी से नैन लड़ावन!!!!!!!!!🌹राधेकृष्ण🌹
  • author
    Chetna T "चेतना"
    05 जून 2019
    oooooho इश्क की आग दोनों तरफ लगी है।ये लड़का वही है शिवा उसे भी शायद इंतजार है अपनी मोहब्बत का।😍😍😍😚😚😚😚😍🌟⭐🌟⭐🌟⭐🌟😚😚😚😍😍😍😍😚😚😙😘😙😘😙😘😙😘😘😘👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👏👏👏👏🙏🙏हमें भी आपकी कहानियों से प्रेम हो गया है
  • author
    Kamini Dargan
    29 सितम्बर 2019
    wow also osm part....matlab jo kavitaye Rashmi kisi ladki ke naam se padti hai vo koi or nahi Shiva hai..... Sarika ka bachpan ka payar.....WOW so nice......malab Shiva bhi bhula nahi hai Sarika ko ......
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    Mohit singh bhadoriya "Vasudev"
    05 जून 2019
    👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀🥀🌼🥀🌼🥀🌼🥀👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍉🍇🍇👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🥀🥀🥀🥀🥀🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌺🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🌿🌷🌿,,🌿🌹🌿,,🌿🌼🌿,,🥀🌼🥀,,🌿🌹🌼🌹🌿,,बहुत उम्दा लिखा है,,, गजल के तो क्या कहने, सीधे दिल को चीरते हुए मेरी आत्मा को मुझसे छीन ले गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,दिल नाराज सा है, कुछ ख़फ़ा सा लगता है!!मेरे जेहन में तेरी यादों का मीठा कोई कांटा सा चुभता है!!तू आवारगी में, तू मन्नत में, तू मेरी साँसों में पैबस्त रहा है कुछ इस तरह,,जैसे धागे में मोती, रात में पेड़ो पे जुगनू , जैसे सावन में भीगी मिट्टी की सौंधी खुशबू,,, सुबह सुबह बागों में कोयल का गायन, रिमझिम में मोर नृत्य मनभावन!!वादियों से भीगे हुए फूलों की महक का आना,,ऐसे में चकोर का चकोरी से नैन लड़ावन!!!!!!!!!🌹राधेकृष्ण🌹
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    Chetna T "चेतना"
    05 जून 2019
    oooooho इश्क की आग दोनों तरफ लगी है।ये लड़का वही है शिवा उसे भी शायद इंतजार है अपनी मोहब्बत का।😍😍😍😚😚😚😚😍🌟⭐🌟⭐🌟⭐🌟😚😚😚😍😍😍😍😚😚😙😘😙😘😙😘😙😘😘😘👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👏👏👏👏🙏🙏हमें भी आपकी कहानियों से प्रेम हो गया है
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    Kamini Dargan
    29 सितम्बर 2019
    wow also osm part....matlab jo kavitaye Rashmi kisi ladki ke naam se padti hai vo koi or nahi Shiva hai..... Sarika ka bachpan ka payar.....WOW so nice......malab Shiva bhi bhula nahi hai Sarika ko ......