आज कल के ऑफिस में चल रहे माहौल को बयां करती एक छोटी सी कोशिश । कैसे चापलूसी कर बुरे लोग अफसरों के करीब हो जाते हैं और सीधे साधे लोग उनकी चापलूसी का खामियाजा भुगतते हैं।
जिंदगी की व्यस्तता के बीच मेरे वो सपने जिन्हें मैं पूरा नहीं कर पाया ।
स्कूल के जमाने से लिखता आ रहा हूं । मगर सफलता पाने के पीछे भागते भागते अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाया था । उसे पूरा अब करूंगा ।
सारांश
जिंदगी की व्यस्तता के बीच मेरे वो सपने जिन्हें मैं पूरा नहीं कर पाया ।
स्कूल के जमाने से लिखता आ रहा हूं । मगर सफलता पाने के पीछे भागते भागते अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाया था । उसे पूरा अब करूंगा ।
रिपोर्ट की समस्या
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