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पहली कहानी

4.1
9602

आज वो बहुत खुश था। उसे वो मुकाम मिल गया था जिसकी ख्वाहिश उसे सालों से थी। इतनी खुशी के बाद भी, कुछ तो था उसके भीतर जो उसके मन को कचोट सा रहा था। आज सुबह जब उसने अपने ऑफिस फोऩ किया था छुट्टी के ...

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बीस का नोट (पहली कहानी -२ )
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अखिलेश अवस्थी "अंकुर"
3.7

“अरे उठ ना भाई, क्या कॉलेज के पहले दिन ही लेट होगा क्या?”, रवि ने अखिल को झिंझोड़ते हुए कहा था।   बॉयज हॉस्टल २ के कमरा नंबर ४६ में उसके साथ रहने वाला रवि अखिल की ही ब्रांच का था। उसे पता नहीं क्यों ...

लेखक के बारे में

मैं वो लिखता हूँ जो मैं कह नहीं पाता।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ujjwal Rai
    11 अगस्त 2018
    पूरी कहानी कहा है
  • author
    Akhileshkhareira
    17 जुलाई 2018
    akhilesh ji plz ise complete kijiye plz kahani dil ke ander tak utar gyi hai
  • author
    shan alam
    24 फ़रवरी 2018
    plz complete the story then i'll give u 5 star
  • author
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    Ujjwal Rai
    11 अगस्त 2018
    पूरी कहानी कहा है
  • author
    Akhileshkhareira
    17 जुलाई 2018
    akhilesh ji plz ise complete kijiye plz kahani dil ke ander tak utar gyi hai
  • author
    shan alam
    24 फ़रवरी 2018
    plz complete the story then i'll give u 5 star