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पांच स्तम्भ आदि कहाँ और अंत कहाँ, और कहाँ आरम्भ . हवा अगन जल मिट्टी पानी, जीवन के पांच स्तम्भ .

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पांच स्तम्भ आदि कहाँ और अंत कहाँ, और कहाँ आरम्भ . हवा अगन जल मिट्टी पानी,जीवन के पांच स्तम्भ . आदि कहाँ और अंत कहाँ .... वेद पुराण पढ़ो तो पाओ अद्द्भुत है इतिहास . चिन्ह आज भी ज़िंदा हैं जो कर पाओ ...

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खुदा बना दिया .
बना रहा था खुदा मुझे कुछ यूँ बना दिया .
दिल बनाया रंग काला बदन पर गिरा दिया .
खुदा बना दिया . बना रहा था खुदा मुझे कुछ यूँ बना दिया . दिल बनाया रंग काला बदन पर गिरा दिया .
Shashi Kant juneja "Juneja Shashi Kant (JSk)"
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Shashi Kant juneja

एक जर्रा हूँ मैं , कोई आफताब नहीं . इक सफ़ा हूँ ज़िंदगी का, मैं किताब नहीं .

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    Mis शिवा
    23 मई 2020
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