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मारण मंत्र - 6

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" माँ — " " अरे मेरी गुड़िया आ गई क्या ? " अलकनंदा अपनी बाँहें फैलाती हुई बोली ! " माँ मै कल से स्कूल नहीं जाऊंगी !" छोटी कालिंदी ने कहा ! " क्यों बेटा मारा किसी ने ?" " मारा नईं ,काली बोला ...

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मारण - मंत्र -7
मारण - मंत्र -7
डाॅ. कविता सिंह "मीरा"
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लेखक के बारे में

No matter who YOU are , You CAN become what you want TO BE . मैं जो भी लिखती हूँ वह सत्य से प्रेरित या पूर्णत: सत्य घटना होती है । प्रतिलिपि समस्त लेखकों के लिये एक ऐसा मंच है जहाँ कोई भी व्यक्ति अपनी भावनाओं, अपने आस - पास की घटित घटनाओं, सोच और अपनी कल्पना शक्ति को एक नया रूप देकर यहाँ प्रस्तुत कर सकता है । मेरी रचनाओं और उपन्यासों को पसंद करने वाले सभी पाठकों का शुक्रिया ! साथ ही शुक्रिया, प्रतिलिपि और प्रतिलिपि की पूरी टीम का । आप की टीम बधाई की पात्र है , और आपका प्रयास निश्चित ही सराहनीय है । प्रतिलिपि मंच के लेखकों से यही कहूंगी कि लिखते रहिये ,क्या पता आपकी लिखी हुई एक लाईन किसी का भविष्य् या जीवन सँवार दे , या किसी की सोच बदल दे । " न हो साथ कोई अकेले बढ़ो तुम सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी । "

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    17 जून 2022
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