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मैं कहां बलवान

4.3
370

घर मे शादी का माहौल था । दुल्हा तैयार हो रहा था । बैण्ड बाजा सब तैयार था बस इंतजार था तो पहलवान ढोलवाले का।आस पास के सभी गांव मे उसके ढोल के बगैर कोई बारात नही निकलती थी वो बजाता ही ऐसा ढोल था कि ...

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मेहंदी मेरे नाम की
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Monika Garg
3.6

सलमा बला की खूबसूरत थी नाक नक्श भगवान ने फुर्सत मे गढ़े थे उसके ।तीखी नाक मे हीरे की नथनी कमाल लगती थी ऊपर से रंग या अल्लाह! ऐसा था जैसे किसी ने दूध मे केसर घोल दी हो ।कटीला बदन और ऊपर से जब कमर को ...

लेखक के बारे में
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Monika Garg

For business purpose,plz contact us on monika. [email protected] लिखना मेरी मजबूरी है ।क्यो कि मन में विचारों का ऐसा तूफान आता है जब तक उसे कागज पर ना उतार दूँ तब तक आत्मा को चैन नहीं मिलता । छोटी सी लेखिका हैं शब्द, लेखिनी, स्टोरी मिरर, रश्मिरथी सभी मंचों पर लिखती हूं। तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। आखिर खता क्या थी मेरी? रोचक शिक्षाप्रद कहानियां मन की बातें आखिर खता क्या थी मेरी को आप अमेज़न और फिलिप कार्ट से भी खरीद सकते हैं बाकी की दोनों पुस्तकें आप शब्द डाट इन की वेबसाइट से खरीद सकते है। धन्यवाद।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Yakoob Khan "Anshu"
    16 जनवरी 2023
    आप की एक और अच्छी कहानी, पहले मुझे भी लगा था कि वो पहलवान कोई हट्टा कट्टा मोटा तगड़ा होगा लेकिन फिर हँसी आ गई। ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो अपने नाम के विपरीत होते हैं। उस पहलवान के परिवार में कोई उसके पास बचा नहीं था शायद इसीलिए उसने अपनी बस्ती के लोगों को ही अपना परिवार मान लिया था। ऐसे लोग भी दुनियां में होते हैं जो अपने लिए नहीं बल्कि दूसरे लोगों के लिए जीते हैं। यूँ ही लिखते रहें और सतत् आगे बढ़ते रहें। हार्दिक शुभकामनाएं🙏💐😊
  • author
    06 सितम्बर 2022
    पहलवान ढोल वाले की कथा मार्मिक है। ऐसे लोग कहीं-कहीं मिलते हैं जिनका जीवन हमारे लिए उदाहरण बन जाता है।
  • author
    Dinesh Singh
    10 अगस्त 2024
    ati sundar
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    Yakoob Khan "Anshu"
    16 जनवरी 2023
    आप की एक और अच्छी कहानी, पहले मुझे भी लगा था कि वो पहलवान कोई हट्टा कट्टा मोटा तगड़ा होगा लेकिन फिर हँसी आ गई। ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो अपने नाम के विपरीत होते हैं। उस पहलवान के परिवार में कोई उसके पास बचा नहीं था शायद इसीलिए उसने अपनी बस्ती के लोगों को ही अपना परिवार मान लिया था। ऐसे लोग भी दुनियां में होते हैं जो अपने लिए नहीं बल्कि दूसरे लोगों के लिए जीते हैं। यूँ ही लिखते रहें और सतत् आगे बढ़ते रहें। हार्दिक शुभकामनाएं🙏💐😊
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    06 सितम्बर 2022
    पहलवान ढोल वाले की कथा मार्मिक है। ऐसे लोग कहीं-कहीं मिलते हैं जिनका जीवन हमारे लिए उदाहरण बन जाता है।
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    Dinesh Singh
    10 अगस्त 2024
    ati sundar