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लोग वही सुनते हैं जो सुनना चाहते हैं

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विचार सरिता          लोग वही सुनते हैं जो सुनना चाहते हैं संस्कृत का एक नीति श्लोक है:- सुलभाः पुरुषाः राजन् सततं प्रियवादिनः । अप्रियस्य च पथ्यस्य वक्ता श्रोता च दुर्लभः ॥ इसका अर्थ है :-हे ...

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चिंता से दूर नहीं होगी समस्या
चिंता से दूर नहीं होगी समस्या
डॉ. योगेंद्र पांडेय
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समीक्षा
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    श्वेता विजय mishra
    18 फ़रवरी 2021
    बहुत सही सटीक बात बताइए आपने अपनी रचना में सटीक और सार्थक संदेश देती हुई लाजवाब बेहतरीन रचना आपकी सर बहुत खूब सर
  • author
    18 फ़रवरी 2021
    अनमोल नीति वचन रचना की सार्थकता सिद्ध करते हैं । बेहतरीन रचना लिखी है आपने 👌👍🏻🙏😊🌷
  • author
    18 फ़रवरी 2021
    बहुत सुंदर बेहतरीन पवित्र करती हुई अद्भुत बेमिसाल अनमोल रचना🙏🏼🙏🏼🙏🏼🥀🥀
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    श्वेता विजय mishra
    18 फ़रवरी 2021
    बहुत सही सटीक बात बताइए आपने अपनी रचना में सटीक और सार्थक संदेश देती हुई लाजवाब बेहतरीन रचना आपकी सर बहुत खूब सर
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    18 फ़रवरी 2021
    अनमोल नीति वचन रचना की सार्थकता सिद्ध करते हैं । बेहतरीन रचना लिखी है आपने 👌👍🏻🙏😊🌷
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    18 फ़रवरी 2021
    बहुत सुंदर बेहतरीन पवित्र करती हुई अद्भुत बेमिसाल अनमोल रचना🙏🏼🙏🏼🙏🏼🥀🥀