pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

"इल्ज़ाम क्या क्या है" (शायरी)

5
25

आ रहें है हम तुम्हारी महफ़िल में बता हमारी खातिरदारी में इंतजाम क्या क्या है....! तुम तो आज़ाद हो मेरी मौहब्बत से मुझे जो तुमने बांध रखा है खुद से बता हम पर इल्जाम क्या क्या है....!! ...

अभी पढ़ें
तीर
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें तीर
Aarti Sirsat
5

कुछ तीर ऐसे भी होते है.... जो दिखाई तो नही देते लेकिन.... घायल कर जाते है कुछ इस तरह की.... इंसान ना तो दर्द को बयां कर सकता है.... और ना ही किसी को महसूस होने देता है.... ! बस खामोशी से सह लेता ...

लेखक के बारे में
author
Aarti Sirsat

जब बचपन में ही पचपन के "जीने के सलीके" मिल जाएं... तो ये जिन्दगी मुझे सिखाने के लिए तेरे पास कुछ भी शेष नही रह जाता...!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मेरे दादाजी आज भी जीवित है, मेरे विचारो में, मेरे संस्कारों में, मेरी प्रेरणा बनकर...!!!!!!!!!!! उनके द्वारा दिएं रास्तों पर मैं आज भी चलती हूँ, उनके विचारों पर चलना ही मेरे जीवन का उद्देश्य है...!!!!!! Student of Computer Science Burhanpur Madhya Pradesh प्रतिलिपि शुरुआत:- 10/4/2020

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    17 জানুয়ারী 2022
    करते हो तुम बेवफाई, कहते हो इल्जाम क्या है.... करते हो रुस्वा सरेआम, पूछते हो इन्तज़ाम क्या है... 🍁🌿🍁 हार्दिक शुभकामनाएं...🍁💐🍁
  • author
    10 জানুয়ারী 2022
    वाह, क्या खूब लिखा है आपने, मनोभावों की बेहतरीन अभिव्यक्ति,, ✍️✍️👌👌🖊️🖊️👏👏
  • author
    Ambika Jha
    10 জানুয়ারী 2022
    लाजवाब अभिव्यक्ति 🌟🌟💐👏👏🌹👏🌹👏🌹👏🌹
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    17 জানুয়ারী 2022
    करते हो तुम बेवफाई, कहते हो इल्जाम क्या है.... करते हो रुस्वा सरेआम, पूछते हो इन्तज़ाम क्या है... 🍁🌿🍁 हार्दिक शुभकामनाएं...🍁💐🍁
  • author
    10 জানুয়ারী 2022
    वाह, क्या खूब लिखा है आपने, मनोभावों की बेहतरीन अभिव्यक्ति,, ✍️✍️👌👌🖊️🖊️👏👏
  • author
    Ambika Jha
    10 জানুয়ারী 2022
    लाजवाब अभिव्यक्ति 🌟🌟💐👏👏🌹👏🌹👏🌹👏🌹