pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

घर के दानव

4.7
12942

सभी औरतें हेमा को घेरकर बैठ गई। तभी रजनी की नजर अपनी बेटी वैशाली पर पड़ी जो इशारे से चाबी मांग रही थी। रूक का हाथ से इशारा कर के, रजनी ने फुसफुसा कर जयंती से कहा "दीदी बच्चे और यह आ गए हैं। मैं ...

अभी पढ़ें
घर के दानव
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें घर के दानव
सरिता सिंह "दक्षिता"
4.7

रात 9:00 बजे रजनी अपने घर वापस आयी। रजनी का मन बहुत खिन्न था। घर आकर बच्चों और पति से रजनी बोली "हेमा दीदी को संभालना बड़ा मुश्किल हो रहा है।" " हां वह तो होगा ना.., किसी की 28 साल ...

लेखक के बारे में
author
सरिता सिंह

सस्पेंस..,थ्रिलर.., रोमांच, रोमांस और संवेदनाओं से भरी है मेरी लेखन की दुनिया.. जिसमें आपका स्वागत है 🌹🌹 जिस समाज में मै रहती हूं उसी समाज के सामाजिक विषयों पर लिखती हूं। लेकिन एक नए अंदाज में। जन्मदिन 16 जनवरी मेरे द्वारा लिखी हुई मेरी सभी कहानियों के कॉपी राइट्स मेरे पास सुरक्षित है 🙏🏻🙏🏻 Instagram: कहानीकार सरिता

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    JETHARAM MANARAM "CHOUDHARY"
    22 अगस्त 2021
    गजब सुन्दर रचना लिखी है आपने जी बहुत बढ़िया सा मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आप हमेशा ऐसे ही सुन्दर कोमल हाथों से सुन्दर रचना लिखते रहे
  • author
    16 नवम्बर 2022
    बढ़िया शुरुआत
  • author
    22 अगस्त 2021
    दीदी आप बहुत ही अच्छा लिख रही है, काबिले तारीफ़ है आपकी रचना, मैं उम्मीद करती हूं कि आप, इसी तरह लिखते हुए सभी को अपनी कहानियों से अवगत करवाती रहेंगी,, प्रणाम 🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    JETHARAM MANARAM "CHOUDHARY"
    22 अगस्त 2021
    गजब सुन्दर रचना लिखी है आपने जी बहुत बढ़िया सा मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आप हमेशा ऐसे ही सुन्दर कोमल हाथों से सुन्दर रचना लिखते रहे
  • author
    16 नवम्बर 2022
    बढ़िया शुरुआत
  • author
    22 अगस्त 2021
    दीदी आप बहुत ही अच्छा लिख रही है, काबिले तारीफ़ है आपकी रचना, मैं उम्मीद करती हूं कि आप, इसी तरह लिखते हुए सभी को अपनी कहानियों से अवगत करवाती रहेंगी,, प्रणाम 🙏