"नहीं सरोज! तुम इस तरह से ऑंसू नहीं बहा सकती। तकलीफ होगी हमारे बेटे को। याद है ना तुम्हें? हमसे बिछड़ने से पूर्व एक ही बात कहता था कि मेरे पीछे आप लोग आंसू मत बहाना।" रिटायर्ड कर्नल रंजीत सिन्हा ने ...
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आजाद परिंदों की विनती
गुॅंजन कमल
4.5
"अरे! चुन्नी- मुन्नी कहाॅं पर हो तुम? गला सूख रहा है, प्यास के कारण बोला भी नहीं जा रहा। क्या तुम्हें ऐसी जगह मिली जहाॅं पर पानी हो?" कहते हुए सोनी चिड़िया ने अपने चारों तरफ नजरें दौड़ाई। नजरें अपनी ...
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