अनीशा ने बताया कि वो उसी स्कूल में पढ़ती थी जहाँ वो कंप्यूटर ओपरेटर का काम करते थे। अब जयंत को पता चला कि अरे ये तो वो ग्लेमौर क्वीन है, जिसकी बाते हर 12 क्लास के लड़के की जबान पर रहती थी। अब ये तो जग ...
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
एप्लिकेशन इंस्टॉल करें
अपने दोस्तों के साथ साझा करें:
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें
अनकहा प्रेम-2
jai prakash prajapati "J.p."
4.6
जब प्रेम प्रथम दृष्टया हो जाये और वो भी घनिष्ट, तो उसको अभिव्यक्ति देना आसान नहीं होता है। दिल अपने जी सवालों के घेरे में फंस जाता है। जितने सवाल उठने ही जवाब। कब क्यों कैसे इन सब मे उलझने की वजह से ...
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
मैं जयप्रकाश प्रजापती, जन्म दिनांक 15/4/1995।
विज्ञान संकाय से बेचलर। लिखने का शौक शुरू से था, पर भाषा का ज्ञान इतना ना था, लेकिन प्रितिलिपि ने मुझे बहुत अच्छा मंच दिया है।
सारांश
मैं जयप्रकाश प्रजापती, जन्म दिनांक 15/4/1995।
विज्ञान संकाय से बेचलर। लिखने का शौक शुरू से था, पर भाषा का ज्ञान इतना ना था, लेकिन प्रितिलिपि ने मुझे बहुत अच्छा मंच दिया है।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या