सुहागरात को एक यादगार पल बनाने के उम्मीद से रोहन अपने कमरे में आता है। उसकी नई नवेली दुल्हन दिशा मैरून रंग की साड़ी पहने लंबे घूंघट ओढ़े बैठी होती है। रोहन की आहट से उसका पूरा बदन एक बार सर से लेकर ...
घर की जेठानियों ने लंबा सा घूंघट ओढ़ाया और शशि को अंदर भेज दिया। जिसे ठीक से देखा भी न था उसके साथ रात गुजारनी थी....या ये कहना ठीक होगा कि जिंदगी गुजारनी थी। पहली बार इतनी देर तक तो साड़ी पहना था ...
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खुद के लिए शायद अभी लिखने का वक़्त नही आया है। मेरी कहानियों पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें, बस यही चाहूंगा। आज इतने दिनों के बाद इतनी खुशी महसूस हुई कि आप सबको बता नही सकता। युही अपना प्यार और समर्थन देते रहें।
सारांश
खुद के लिए शायद अभी लिखने का वक़्त नही आया है। मेरी कहानियों पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें, बस यही चाहूंगा। आज इतने दिनों के बाद इतनी खुशी महसूस हुई कि आप सबको बता नही सकता। युही अपना प्यार और समर्थन देते रहें।
रिपोर्ट की समस्या
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