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योग्य युवराज -1

4.4
12744

राजकुमार ने अपनी पहचान छुपाते हुए रानी परी से कहा, “मै एक लकडहारा हूं, मै दिन मे लकडी काटने के उद्देशय से यहां आया था, परन्तु आदमखोर शेर ने मुझ पर हमला कर दिया, जिसके दिये घावो के कारण मे यहां ...

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योग्य युवराज भाग-2
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अरुण
4.5

(पिछले भाग मै आपने पढा की विजयनगर के राजकुमार जय अपने पिता की जगह भेष बदलकर राज्य भ्रमण पर निकलते हैं, रास्ते मे एक दुघर्टना स्वरूप उनकी मुलाकत परियो से होती है.. वह परियो से विदा लेकर आगे चलते है ...

लेखक के बारे में
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अरुण

Love you💞 जिंदगी..🤗

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Praveen Kumar Shrivastava
    31 जनवरी 2019
    अच्छी कहानी। शादी के बाद गरीबी भुकमरी आदि से लडने की पारी वाली कहानी के कल्पना करे। शायद नामुमकिन सा लगता है। कोई विकल्प के कल्पना करे।
  • author
    15 नवम्बर 2018
    kya bat hai bhai aap bhi fairy tales likhne lg gye,😀 next part ka intzar rahega.
  • author
    Sunil Shukla
    24 नवम्बर 2018
    कहानी का पहला भाग पढ़ कर आनंद आया। कहानी रोचक है। आगामी भाग की प्रतीक्षा है।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Praveen Kumar Shrivastava
    31 जनवरी 2019
    अच्छी कहानी। शादी के बाद गरीबी भुकमरी आदि से लडने की पारी वाली कहानी के कल्पना करे। शायद नामुमकिन सा लगता है। कोई विकल्प के कल्पना करे।
  • author
    15 नवम्बर 2018
    kya bat hai bhai aap bhi fairy tales likhne lg gye,😀 next part ka intzar rahega.
  • author
    Sunil Shukla
    24 नवम्बर 2018
    कहानी का पहला भाग पढ़ कर आनंद आया। कहानी रोचक है। आगामी भाग की प्रतीक्षा है।