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मैं पति हूं तुम्हारा!

4.8
3339

"ना जाने आज का युवा किस दिशा की ओर जा रहा है।" देव ने अखबार के पन्नों को पलटते हुए अफसोस से कहा। वो इस वक्त अपने घर के ड्राइंग रूम में बैठा था और अखबार पढ़ रहा था। घड़ी में सुबह के साढ़े दस बज ...

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4.8

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लेखक के बारे में

||आसक्तिसमाप्तमात्रेण हानिभयमपि गच्छति|| मुझे लिखना नहीं आता.. बस शब्दों में उलझना और उलझाना पसंद है। (NOT A WRITER, LOVE TO PLAY WITH WORDS) "A Selenophile" ||अंतः अस्ति प्रारंभ|| नोट - कहानी के कवर पेज और पोस्ट में प्रयोग की जाने वाली सभी तस्वीरों का क्रेडिट पिंटरेस्ट और गूगल को जाता है। Insta I'd - @me_thedesichhori

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kusum Tiwari
    02 জানুয়ারী 2023
    आपकी लेखनी जो पढ़ने को मिला है मालूम सब है ऐसा कर सकतीं वैसा कर सकती इसके लिए जरूरी है बेटी को आत्मविश्वास के साथ उसको पैसे के लिए किसी पर निर्भर नहीं होना चाहिए कहानी पढ़ कर मन बहुत भावुक हो गया प्रेणना देने वालीं कहानी मुझे बहुत पसंद हैं
  • author
    The Dark Pen
    15 জানুয়ারী 2023
    बोहोत अच्छा लिखा हैं आपने दी!! ये स्टोरी उन ओरतो के लिए जिनके साथ ये सब रोज होता हैं लेकिन वो चुप रहती हैं ये सोचकर कि वो उसका पति हैं और इस हक़ के वो उसके साथ कुछ भी कर सकता हैं। वही कुछ औरते इस लिए चुप होती हैं क्योकि उनके छोटे बच्चे होते हैं...लेकिन वो भूल जाति हैं कि वो खुद इंसान हैं ना कि कोई चलती फिरती मशीन जो उनका पति ऑर्डर करेगा और वो गाय की तरह सबकुछ चुपचाप करती जाएंगी!!! मजाल हैं घुमा के कभी सिंग भी मारे!! अधिकार के नाम पर पत्नी के साथ जबरदस्ती करना, क्या ये बलात्कार नही हैं!! और ये निशा की सास हैं ना... इन सबमे सबसे बड़ी गुन्हेगार वो हैं!!! हर बच्चे की पहली गुरु उसकी माँ होती हैं! इसलिए ये माँ के हाथ मैं होता हैं कि वो अपने बच्चे को सबसे पहले एक औरत की इज़्ज़त करना सिखाए!! लेकिन अफ़सोस ऐसा तभी होगा जब इन औरतों में थोड़ी सी ही सही पर अक्ल आये!!!😑😑😑 और निशा ने जो किया ऐसी हिम्मत हर कोई नही कर पाता ऐसा अगर किसी को लगता है ना तों वो अपने आप से एक बार पूछना....क्या वो सच में तुम्हारा पति बनने के लायक हैं???
  • author
    Mithlesh Kumari
    01 জানুয়ারী 2023
    nice story
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    Kusum Tiwari
    02 জানুয়ারী 2023
    आपकी लेखनी जो पढ़ने को मिला है मालूम सब है ऐसा कर सकतीं वैसा कर सकती इसके लिए जरूरी है बेटी को आत्मविश्वास के साथ उसको पैसे के लिए किसी पर निर्भर नहीं होना चाहिए कहानी पढ़ कर मन बहुत भावुक हो गया प्रेणना देने वालीं कहानी मुझे बहुत पसंद हैं
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    The Dark Pen
    15 জানুয়ারী 2023
    बोहोत अच्छा लिखा हैं आपने दी!! ये स्टोरी उन ओरतो के लिए जिनके साथ ये सब रोज होता हैं लेकिन वो चुप रहती हैं ये सोचकर कि वो उसका पति हैं और इस हक़ के वो उसके साथ कुछ भी कर सकता हैं। वही कुछ औरते इस लिए चुप होती हैं क्योकि उनके छोटे बच्चे होते हैं...लेकिन वो भूल जाति हैं कि वो खुद इंसान हैं ना कि कोई चलती फिरती मशीन जो उनका पति ऑर्डर करेगा और वो गाय की तरह सबकुछ चुपचाप करती जाएंगी!!! मजाल हैं घुमा के कभी सिंग भी मारे!! अधिकार के नाम पर पत्नी के साथ जबरदस्ती करना, क्या ये बलात्कार नही हैं!! और ये निशा की सास हैं ना... इन सबमे सबसे बड़ी गुन्हेगार वो हैं!!! हर बच्चे की पहली गुरु उसकी माँ होती हैं! इसलिए ये माँ के हाथ मैं होता हैं कि वो अपने बच्चे को सबसे पहले एक औरत की इज़्ज़त करना सिखाए!! लेकिन अफ़सोस ऐसा तभी होगा जब इन औरतों में थोड़ी सी ही सही पर अक्ल आये!!!😑😑😑 और निशा ने जो किया ऐसी हिम्मत हर कोई नही कर पाता ऐसा अगर किसी को लगता है ना तों वो अपने आप से एक बार पूछना....क्या वो सच में तुम्हारा पति बनने के लायक हैं???
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    Mithlesh Kumari
    01 জানুয়ারী 2023
    nice story