● मुआवजा आज वापिस पहलाद का छोरा ऑफिस के चक्कर काट आया है। हुकुम ने कहा है, मुआवजा जल्द ही मिल जाएगा। *** कुछ बरस पहले तक सब कुछ ठीक था। दो बीघा जमीन, पच्चीस के करीब भेड़ों का रेवड, तीन मरियल ...
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
एप्लिकेशन इंस्टॉल करें
अपने दोस्तों के साथ साझा करें:
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें
फागण की मनहूस बारिश
विनोद कुमार दवे
4.4
★ फागण की मनहूस बारिश गौरा की ख़ुशी का कोई ठिकाना न था। लहलहाती हुई सरसों व गेहूं की फसल उसके लिए स्वर्णाभूषण से कम न थी। इस बार की होली बेहतर होगी, पिछली दफ़ा का तो कर्ज़ भी न उतर ...
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
एक कहानी संग्रह 'अंतहीन सफ़र पर' इंक पब्लिकेशन से तथा एक कविता संग्रह ’अच्छे दिनों के इंतज़ार में’ सृजनलोक प्रकाशन से प्रकाशितl पत्र पत्रिकाओं यथा, राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, अहा! जिंदगी, कादम्बिनी , बाल भास्कर आदि में रचनाएं प्रकाशित।
अध्यापन के क्षेत्र में कार्यरत।
सारांश
एक कहानी संग्रह 'अंतहीन सफ़र पर' इंक पब्लिकेशन से तथा एक कविता संग्रह ’अच्छे दिनों के इंतज़ार में’ सृजनलोक प्रकाशन से प्रकाशितl पत्र पत्रिकाओं यथा, राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, अहा! जिंदगी, कादम्बिनी , बाल भास्कर आदि में रचनाएं प्रकाशित।
अध्यापन के क्षेत्र में कार्यरत।
किसानों की दयनीय स्थिति का सटीक चित्रण किया है आपने। आजादी के इतने सालों के बाद भी किसानों की हालत में सुधार नहीं हुआ है। देख कर, सुन कर बहुत दुख होता है। आपने सही कहा है माल्या जैसे हजारों करोड़ों रुपये लेकर भाग जाते हैं और एक गरीब किसान दस बीस हजार रुपये के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा देता है। आपकी कहानी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। उसके लिए बहुत बहुत बधाई।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
गांव के गरीब मजदूर और किसानों की दुर्गति को दर्शाती आपकी रचना दिल को छू गयी । अंग्रेजों के कुशासन से मुक्ति मिल गई लेकिन अपने ही लोग परजीवी शोषक बन गए हैं !
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
किसानों की दयनीय स्थिति का सटीक चित्रण किया है आपने। आजादी के इतने सालों के बाद भी किसानों की हालत में सुधार नहीं हुआ है। देख कर, सुन कर बहुत दुख होता है। आपने सही कहा है माल्या जैसे हजारों करोड़ों रुपये लेकर भाग जाते हैं और एक गरीब किसान दस बीस हजार रुपये के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा देता है। आपकी कहानी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। उसके लिए बहुत बहुत बधाई।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
गांव के गरीब मजदूर और किसानों की दुर्गति को दर्शाती आपकी रचना दिल को छू गयी । अंग्रेजों के कुशासन से मुक्ति मिल गई लेकिन अपने ही लोग परजीवी शोषक बन गए हैं !
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या